देहरादून, 14 अगस्त। ग्रीष्मकालीन राजधानी गैरसैंण के भराड़ीसैंण विधानसभा भवन में आगामी 19 अगस्त से मॉनसून सत्र शुरू होने जा रहा है, मॉनसून सत्र से पहले राज्य सरकार ने कैबिनेट मंत्री सुबोध उनियाल को संसदीय कार्य मंत्री की जिम्मेदारी सौंपी है। पूर्व कैबिनेट मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल के इस्तीफे के बाद से ही संसदीय कार्य मंत्री का पद खाली चल रहा था। भराड़ीसैंण में 19 अगस्त से 22 अगस्त के बीच उत्तराखंड विधानसभा का मॉनसून सत्र आहूत किया जाएगा। सरकार की तरफ से कैबिनेट मंत्री सुबोध उनियाल को संसदीय कार्य मंत्री की जिम्मेदारी दी गई है। जिसका आदेश आज मुख्यमंत्री कार्यालय की तरफ जारी किया गया है।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने आगामी द्वितीय सत्र के दौरान संबंधित विभागों से जुड़े सवालों के उत्तर देने के लिए कैबिनेट मंत्री सुबोध उनियाल को अधिकृत किया है। मुख्यमंत्री कार्यालय से जारी आदेश के अनुसार उत्तराखंड की पांचवीं विधानसभा के वर्ष 2025 के द्वितीय सत्र की शुरुआत 19 अगस्त (मंगलवार) से होने जा रही है। इस सत्र में मुख्यमंत्री से संबंधित विभागों से प्राप्त होने वाले सभी विधायी एवं संसदीय प्रश्नों के उत्तर देने तथा आवश्यक कार्यों के लिए मंत्री सुबोध उनियाल को प्राधिकृत किया गया है। गौरतलब है कि पूर्व कैबिनेट मंत्री डॉ. प्रेमचंद अग्रवाल ने विगत 16 मार्च को अपने पद से इस्तीफा दे दिया था। उनके पास शहरी विकास मंत्रालय और वित्त मंत्रालय के अलावा संसदीय कार्य मंत्री की भी जिम्मेदारी थी। यह सभी पद प्रेमचंद अग्रवाल के इस्तीफा के बाद मुख्यमंत्री के पास चले गए थे। हालांकि संसदीय कार्य मंत्री की जिम्मेदारी विधानसभा सत्र के दौरान विपक्ष और सदन के सदस्यों के सभी सवालों का जवाब देना भी होता है। अमूमन मुख्यमंत्री संसदीय कार्य मंत्री की भूमिका में कम ही नजर आते हैं। इसीलिए यह उम्मीद की जा रही थी कि सरकार जल्द ही किसी को संसदीय कार्य मंत्री की जिम्मेदारी देगी। जिस पर सरकार ने फैसला ले लिया और कैबिनेट मंत्री सुबोध उनियाल को संसदीय कार्य मंत्री की जिम्मेदारी दे दी। जो जानकारी प्राप्त हुई हैं उसके अनुसार अब तक विधानसभा में सदन के सदस्यों द्वारा लगभग 545 सवाल विधानसभा को भेजे जा चुके हैं।