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Saturday, September 13, 2025
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घुसपैठिए को चिन्हित कर वापस भेजा जाए : डा. नरेश बंसल

देहरादून। भाजपा राष्ट्रीय सह-कोषाध्यक्ष व सासंद राज्य सभा डा. नरेश बंसल ने आज सदन मे एक महत्वपूर्ण देशहित का विषय शुन्यकाल मे उठाया।डा. नरेश बंसल ने सदन के माध्यम से सरकार का ध्यान आकृष्ट करते हुए कहा कि जो लोग घुसपैठिए को भारत ला रहे है व यहां के कागजात दे रहे उन पर सख्ती बरत उनके गिरोह को गिरफ्तार किया जाए, उनका नेटवर्क ध्वस्त किया जाय एवं घुसपैठिए को चिन्हित कर वापस भेजा जाए व जरूरी कार्यवाई की जाए। डा. नरेश बंसल ने सदन मे कहा कि भारत से लगती हुई अलग-अलग देशो सीमा पर प्रहरियों से बचते हुए विभिन्न खुफ़िया मार्गो से हजारों की संख्या में रोहिंग्या मुसलमान व अन्य घुसपैठिए भारत के अंदरूनी हिस्सों का रुख कर चुके हैं और कर रहे हैं। डा. नरेश बंसल ने सदन मे जोर देकर कहा कि प्रधानसेवक नरेंद्र भाई मोदी के मार्गदर्शन और गृह मंत्री अमित शाह के कुशल नेतृत्व मे इन्हें रोकने के लिए काफी सख्ती बरती जा रही है,अलग-अलग जगहों पर गिरफ्तारियां भी होती रहती हैं। फिर भी सुरक्षा के लिए खतरा माने जाने वाले रोहिंग्या व अन्य घुसपैठिए उत्तर-पूर्व से बंगाल,असम, झारखंड, बिहार, उत्तराखंड और उत्तर प्रदेश होते हुए नेपाल सीमा तक पहुंच रहे हैं। यही नहीं, बंगाल से ट्रेन के माध्यम से देश की राजधानी दिल्ली और फिर वहां से पाकिस्तान की सीमा से सटे संवेदनशील जम्मू-कश्मीर तक डेरा डाल चुके हैं।उत्तराखंड और इससे सटी नेपाल सीमा पर बसे रोहिंग्या बिहार और उत्तर प्रदेश की सीमा से होते हुए पश्चिम नेपाल तक पहुंच गए। जहां उन्हें इस्लामिक संघ नेपाल जैसे जिहादी गुटों से फंडिंग मिल रही है, पीएफआई जैसे संगठन भारत मे इनके मददगार है। डा. नरेश बंसल ने सदन मे कहा कि रोहिंग्या व अन्य घुसपैठिए के अवैध रूप से भारत में प्रवेश के बाद विभिन्न राज्यों में उनके सुरक्षित ठिकानों, मददगारों और दूर के राज्यों तक पहुंचने के मार्ग व माध्यमों की पड़ताल गहनता से करनी होगी व ठोस कार्रवाई की आवश्यकता है। डा. नरेश बंसल ने सदन मे बताया कि भारत में अपनी गहरी जड़ें जमा चुके रोहिंग्या मुसलमान व अन्य घुसपैठिए यहां से जरूरी दस्तावेज भी हासिल कर लेते है। हर दस्तावेज के लिए कीमत भी तय है। शुरुआत फर्जी निर्वाचन कार्ड बनवाने से होती है। दलालों के माध्यम से तीन-चार हजार रुपये में इन्हें फर्जी प्रमाण पत्र मिल जाते हैं। डा. नरेश बंसल ने कहा कि कुछ पकड़े गए घुसपैठिए से मिली जानकारी के मुताबिक, निर्वाचन कार्ड के लिए पांच हजार रुपये,राशन कार्ड के लिए 10 हजार रुपये, आधार कार्ड के लिए 25 हजार रुपये,पासपोर्ट के लिए एक लाख रुपये तथा नेपाल पहुंचाने के लिए इनको 10 हजार रुपये देना पड़ता है। उत्तर प्रदेश के रायबरेली में फर्जी जन्म प्रमाण पत्र बनाने के मामले में नए खुलासे हाल ही मे हुए है। डा. नरेश बंसल ने सदन के माध्यम से सरकार से मांग है कि इस पर ठोस कार्रवाई करते हुए जो लोग घुसपैठिए को भारत ला रहे है व यहां के निवासी होने के कागजात दे रहे उन पर सख्ती बरत उनके गिरोह को गिरफ्तार किया जाए, उनका नेटवर्क ध्वस्त किया जाय एवं घुसपैठिए को चिन्हित कर वापस भेजा जाए व जरूरी कार्यवाई की जाए।सरकारी स्कूलों में घुसपैठिए की पहचान की जाए,वेरिफिकेशन अभियान चलाएं।स्वास्थ्य विभाग को इनके बर्थ सर्टिफिकेट नहीं बनाने के निर्देश दिए जाए। घुसपैठिए ने अवैध निर्माण कर लिया है तो उसे गिराया जाए।इसकी सख्त आवश्यकता है।

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