देहरादून, 08 अक्टूबर। उपन्यास सम्राट मुंशी प्रेमचंद की 88वीं पुण्यतिथि के अवसर पर पब्लिक इंटर कॉलेज में एक विचार गोष्ठी का आयोजन किया गया। जिसमें महान लेखक की कहानियों को समाज का प्रतिबिंब बताया गया। मंगलवार को कथाकार मुंशी प्रेमचंद की पुण्यतिथि पर आयोजित विचार गोष्ठी में संस्कृत प्रवक्ता रत्नेश कुमार द्विवेदी ने कहा कि मुंशी जी ने हर वर्ग को ध्यान में रखकर अपनी कहानियों को लिखा समाज की पीड़ा उनकी कहानियों में प्रतिबिंबित होती है। प्रधानाचार्य नरेश कुमार वर्मा ने कहा कि अमर कथा शिल्पी मुंशी प्रेमचंद जिस सहज भाव से अपनी कहानियों को लिखते थे उसमें उन्होंने बच्चों के मनोभावों से लेकर हर वर्ग की भावनाओं को अपनी कहानियों में स्थान दिया है, गोदान, मंत्र जैसा साहित्य हिंदी की धरोहर है। इससे पूर्व शिक्षकों एवं छात्र-छात्राओं ने मुंशी प्रेमचंद के चित्र पर पुष्प चढ़ाकर उन्हें अपनी भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की। इस अवसर पर वरिष्ठ शिक्षक आलोक जोशी, राधिका सक्सेना, अहाना परवीन, चांदनी रावत, कोमल सैनी, निखिल, माही राजपूत, इकरा, अदिति सेमवाल, श्रुति नौटियाल आदि छात्र-छात्राएं मुख्य रूप से मौजूद थे।