- एसटीएफ ने देहरादून, चमोली, टिहरी, उत्तरकाशी, रुद्रप्रयाग, पौड़ी और बागेश्वर जनपद में कई लोगों के साथ करोड़ों रूपये की धोखाधड़ी करने वाली गैंग की मुख्य अभियुक्ता को किया गिरफ्तार ।
- अरोपी महिला की गिरपतारी हेतु राज्य के 4 जिलो चमोली, उत्तरकाशी, टिहरी तथा देहरादून से घोषित किया गया था ईनाम। बागेश्वर, पौड़ी और रुद्रप्रयाग से भी थी, वांछित।
- आरोपी के विरुद्ध एक दर्जन से ज्यादा धोखाधड़ी के अभियोग हैं, चारों जिलों में दर्ज।
- पिछले 2 वर्षो से उत्तराखंड के 7 जिलों की पुलिस के लिये बनी थी सिरदर्द। गैंगस्टर में भी थी वांछित।
- पीड़ितों ने आरोपी की गिरफ्तारी पर एसएसपी एसटीएफ आयुष अग्रवाल को दिया धन्यवाद।
देहरादून 22 अगस्त, डीजीपी उत्तराखण्डअशोक कुमार द्वारा राज्य में ईनामी/ वांछित अपराधियों की गिरफ्तारी हेतु चलाये जा रहे ’’आप्ररेशन प्रहार’’ के अनुपालन में एसएसपी एसटीएफ उत्तराखण्ड आयुष अग्रवाल द्वारा अभियान को गम्भीरता से लेते हुये, अपनी टीमो को उक्त सम्बन्ध में टास्क अवंटित किये गये है। जिनका निकट पर्यवेक्षण चन्द्र मोहन सिंह, एएसपी एसटीएफ व विवेक कुमार डीएसपी एसटीएफ द्वारा किया जा रहा है। उक्त के अनुक्रम में इंस्पेक्टर प्रदीप कुमार राणा के नेतृत्व में जनपद बागेश्वर, पौड़ी, रुद्रप्रयाग, जनपद चमोली, उत्तरकाशी, टिहरी तथा देहरादून के विभिन्न थानों में करीब 15 अभियोगो में नामजद/ फरार/ वांछित /ईनामी अभियुक्ता मोनिका कपूर पत्नी सन्दीप कपूर निवासी 345 पंजाबी बाग, प्रगति अपार्टमेन्ट दिल्ली को गिरफ्तार किया गया। जिस पर उक्त 4 जनपदो से अलग-अलग कुल 61 हजार 5 सौ रूपये का ईनाम घोषित किया हुआ था इन जनपदों में इस महिला के विरूद्व करीब 15 मुकदमे दर्ज किए हुए हैं।
एसएसपी द्वारा जानकारी देते हुए बताया कि अपराधी मोनिका कपूर जनशक्ति मल्टी स्टेट मल्टी परपज को-ऑपरेटिव सोसाईटी लिमेटेड नामक कम्पनी की निदेशक थी, जिसका मुख्यालय राठी बिल्डिंग प्लाट नंबर 231/18ए बीना एन्कलेव नागलोई दिल्ली था। जिसके द्वारा अपने साथियों के साथ मिलकर उक्त कम्पनी बनाई तथा वर्ष 2015 से उत्तराखण्ड राज्य के अलग-अलग जनपदों के विभिन्न तहसीलो/उपखण्डो में स्थानीय शिक्षित व बेरोजगार नवयुवको को कम्पनी मे कम्पनी का प्रचार करने व अन्य नवयुवको को जोडने व उनसे निवेश करने हेतु प्रेरित किया। जिससे स्थानीय बेरोजगार नवयुवक कम्पनी से जुड गये तथा आरोपी के अनुसार व आश्वासन पर कम्पनी के खातो में उनके बचत खाते/आरडी/एफडी व दैनिक बचत खाते आदि खुलवाये गये। जिनके द्वारा कम्पनी के खातो में धनराशि जमा कराई गई। जिनसे समय-समय पर धनराशि आहरित की जाती थी। जिससे स्थानीय व्यक्तियों को कम्पनी में खाता खोलने पर पुरा यकीन हो गया था। जब कम्पनी में व्यक्तियों का काफी धनराशि जमा हो गई और उनकी आरडी/ बचत पत्र का समय पूर्ण होने लगा तो वर्ष 2021 के अन्त में कम्पनी फरार हो गई।
पुलिस द्वारा गिरफ्तार अभियुक्ता का आपराधिक इतिहास :- अभियुक्ता पर धोखाधड़ी, अमानत में खयानत, जाली दस्तावेज़ और गैंगस्टर एक्ट आदि 15 दर्ज मुकदमों में जिला देहरादून, उत्तरकाशी, टिहरी, चमोली, रूद्रप्रयाग, पौडी गढवाल और बागेश्वर आदि 7 जिलों में वांछित है। पुलिस द्वारा अभियुक्ता के आपराधिक इतिहास की और भी जानकारी जुटाई जा रही है।
अभियुक्ता द्वारा धोखाधडी कर गबन की गई धनराशि:-
1. जनपद उत्तरकाशी- 16 करोड लगभग।
2. जनपद टिहरी- 1,25 करोड लगभग।
3. जनपद देहरादून – 13 करोड लगभग।
4. जनपद चमोली- 6 करोड लगभग।

पुलिस टीम द्वारा गिरफ्तार अभियुक्ता :-मोनिका कपूर पत्नी सन्दीप कपूर निवासी 345 पंजाबी बाग, प्रगति अपार्टमेन्ट दिल्ली
पुलिस टीम द्वारा पूर्व में गिरफ्तार अभियुक्त :-
1. कम्पनी का पदाधिकारी – कपिल देव राठी
2. कम्पनी का पदाधिकारी – पकॅज गम्भीर।
3. कम्पनी का पदाधिकारी – अनिल रावत।
विशेष नोट :- इस गैंग की मुखिया की गिरफ्तारी के पश्चात बड़ी संख्या में पीड़ित वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक एसटीएफ आयुष अग्रवाल से मिलकर उनका धन्यवाद दिया गया और एसटीएफ के द्वारा की गई कार्यवाही की प्रशंसा की गई
अभियुक्ता को गिरफ्तार करने वाली स्पेशल टास्क फोर्स टीम :- एसआई उमेष कुमार, हेड कॉन्स्टेबल विरेन्द्र नोटियाल, हेड कॉन्स्टेबल अनूप भाटी, हेड कॉन्स्टेबल चमन कुमार, हेड कॉन्स्टेबल सन्देश, हेड कॉन्स्टेबल अर्जुन रावत (विषेश योगदान) और कॉन्स्टेबल अनिल कुमार।