- कांवड़िये के लिए देवदूत बना एसडीआरएफ जवान, मौत के मुंह से खींच लाया जिंदगी
- ऋषिकेश-लक्ष्मणझूला क्षेत्र में डूबते हुए 2 कांवडियों की एसडीआरएफ ने बचाई जान
देहरादून/ऋषिकेश/हरिद्वार 7 जुलाई, आज शुक्रवार को हरिद्वार कांगड़ा पुल के पास घाट पर नहाते समय एक कांवडिया गंगा नदी के तेज बहाव की चपेट में आकर डूबने लगा। घाट पर पूर्व से तैनात एसडीआरएफ के जवान अपर उप निरीक्षक दीपक मेहता जिनके द्वारा नदी में राफ्ट के माध्यम से रैकी की जा रही थी, उन्होंने अन्य कांवड़ियों की चीखपुकार सुनकर डूबते कांवड़िये को बचाने के लिए तुरन्त नदी में छलांग लगा दी। जवान दीपक मेहता द्वारा त्वरित प्रतिक्रिया करते हुए तत्काल डूबते कांवड़िये तक पहुँचकर उसे नदी के तल से खींचकर रेस्क्यू किया गया। एक क्षण की भी देर प्राणघातक सिद्ध हो सकती थी। कांवड़िया बेसुध अवस्था में था। एसडीआरएफ जवान द्वारा आवश्यक प्राथमिक उपचार देकर उसका जीवन सुरक्षित किया गया।
उधर दूसरी ओर ऋषिकेश में दो अलग-अलग घटनाओं में एसडीआरएफ टीम ने वान प्रस्थ घाट और नाव घाट पर 2 कांवडियों के बहने पर त्वरित कार्यवाही करते हुए सकुशल बचा लिया गया। घटना अनुसार आज प्रातः वान प्रस्थ घाट पर एक कांवड़िया नदी में बहते हुए काफी आगे पहुंच गया। एसडीआरएफ तैराक अनूप रावत ने थ्रो बैग डालकर कांवड़िये को नदी से बाहर निकाल लिया, वही अभी दिन में नाव घाट पर एक कांवड़िया नदी में नहाते समय डूब गया तभी एसडीआरएफ टीम के तैराक मातबर सिंह व सुमित तोमर द्वारा त्वरित कार्यवाही करते हुए नदी में कूदकर कांवड़िये के बालों से पकड़ कर बाहर खींचकर किनारे निकाला गया। मौके पर सभी श्रद्धालुओं द्वारा एसडीआरएफ टीम आभार प्रकट किया।
उक्त कांवड़िये के साथियों द्वारा उसका जीवन सुरक्षित किये जाने के लिए एसडीआरएफ उत्तराखण्ड पुलिस का अत्यधिक आभार प्रकट किया गया।
हरिद्वार कांगड़ा पुल के पास बचाये गए कांवड़िया युवक:- अजय पुत्र कुणाल उम्र 20 वर्ष सोनीपत हरियाणा।
ऋषिकेश में रेस्क्यू किए गए कांवड़िये :- अमन कुमार पुत्र तेजपाल सिंह उम्र 17 वर्ष भीम नगर गाजियाबाद और निखिल पुत्र महेंद्र, उम्र 16 साल गुरुग्राम हरियाणा।
एसडीआरएफ की रेस्क्यू टीम :– एएसआई दीपक मेहता, एएसआई महावीर सिंह, मातबर सिंह, सुमित तोमर, सुमित नेगी, अनूप रावत, नागेंद्र सिंह,