- पत्नी की नृशंस हत्या प्रकरण में कुछ ही घंटों के भीतर हत्यारे पति को दबोचने में सफल रही हरिद्वार पुलिस
- गंडासे से पत्नी की गर्दन काटने के बाद गिरफ्तारी के डर से गन्ने के खेत में छुपा था आरोपी
- पथरी के बुक्कनपुर गांव की है घटना, खाना खाने को लेकर हुआ था पति-पत्नी में विवाद
- रिश्तों में घुली कड़वाहट को दूर करने का तरीका बस आपसी बातचीत है, ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए सहनशीलता बहुत जरूरी – एसएसपी अजय सिंह
हरिद्वार 16 जून, पथरी थानाक्षेत्र के बुक्कनपुर में हुई खौफनाक हत्या प्रकरण में हरिद्वार पुलिस ने 12 घंटे के भीतर गंडासे से पत्नी का गला काटने वाले हत्यारे पति को दबोचने में सफलता हासिल की है। आरोपी मुस्तकीम वारदात के बाद से ही मौके से फरार होकर पुलिस के डर से गन्ने के खेत में छिपा हुआ था। अंधेरा होने पर रुड़की भागने की फिराक में गन्ने के खेत से बाहर निकले आरोपी को पुलिस टीम ने बुक्कनपुर तिराहे से दबोचकर हत्या में प्रयुक्त गंडासा तथा खून से सनी कमीज भी बरामद की।
बताया जा रहा है कि खाना खाने को लेकर पति-पत्नी में विवाद हुआ था जिसको लेकर आरोपी पति ने गंडासे से पत्नी का गला काट दिया और भाग खड़ा हुआ। हत्या की सूचना पर पथरी थाने के एसएसआइ लोकपाल परमार पुलिस टीम के साथ गांव पहुंचे और हत्या की जानकारी जुटाई। बेटी की हत्या की जानकारी मिलने पर मुजफ्फरनगर से मायके वाले भी भुक्कनपुर पहुंच गए।गांव के पड़ोसी तथा परिचितों ने आरोपी मुस्तकीम द्वारा 18 साल के वैवाहिक जीवन एवं 5 बच्चों की परवरिश के बीच उठाया गए इस हैरान और परेशान करने वाले प्रकरण में मृतका के भाई की तहरीर पर पुलिस टीम ने आरोपी पति के खिलाफ थाना पथरी में हत्या की धारा में मुकदमा दर्ज किया था। बताया जा रहा है कि इससे पहले गृहक्लेश के चलते आरोपी मुस्तकीम के 2 भाईयों द्वारा भी आत्महत्या करने की जानकारी स्थानीय लोगों द्वारा पुलिस को दी गयी है। पुलिस द्वारा अभियुक्त के आपराधिक इतिहास की और भी जानकारी जुटाई जा रही है।
पुलिस टीम द्वारा गिरफ्तार अभियुक्त :- मुस्तकीम पुत्र शौकत अली निवासी ग्राम बुक्कनपुर थाना पथरी।
गिरफ्तार अभियुक्त से बरामद सामान :- पुलिस ने अभियुक्त की निशानदेही पर हत्या में प्रयुक्त गंडासा तथा खून से सनी कमीज भी बरामद की।।
अभियुक्त को गिरफ्तार करने वाली पुलिस टीम :- एसएसआई लोकपाल परमार, एसआई विरेंदर नेगी, एसआई करुणा रौंकली, कॉन्स्टेबल नारायण राणा, कॉन्स्टेबल मुकेश चौहान और कॉन्स्टेबल सुशील।