मुंबई, शिवसेना के राज्यसभा सांसद और महाराष्ट्र में शिवसेना के बड़े नेता संजय राउत नई परेशानी में घिरते नजर आ रहे हैं। घोटालों में फंसे सहकारी बैंक पंजाब एंड महाराष्ट्र को-ऑपरेटिव बैंक घोटाले में प्रवर्तन निदेशालय ने उनकी पत्नी वर्षा राउत पर शिकंजा कसा है। ईडी ने उनकी पत्नी वर्षा राउत को 29 दिसंबर को पेश होने के लिए कहा है। हालांकि, ईडी इससे पहले भी वर्षा राउत को पेश होने के आदेश दे चुकी है, ईडी ने इससे पहले उन्हें 11 दिसंबर को पेश होने के लिए कहा था।
पीएमसी बैंक ने अवैध तरीके से एचडीआईएल ग्रुप को 6500 करोड़ रुपये लोन दिया था, जो सितंबर 2019 में बैंक के टोटल लोन बुक साइज 8880 करोड़ रुपये का का 73% था. मार्च, 2019 में बैंक का डिपोजिट बेस 11,617 करोड़ रुपये था। यह घोटाला उजागर होने के बाद पीएमसी बैंक के पूर्व एमडी जॉय थॉमस और पूर्व चेयरमैन वरयाम सिंह को पिछले साल अक्टूबर में मुंबई की इकोनॉमिक ऑफेंस विंग ने गिरफ्तार कर लिया था. इनके अलावा बैंक के और भी कई सीनियर अधिकारियों को गिरफ्तार किया गया था।
इस मामले पर भारतीय जनता पार्टी के नेता और पूर्व लोकसभा सांसद किरीट सोमैया ने संजय राउत पर सवाल उठाए हैं। उन्होंने वीडियो संदेश के जरिए कहा, ऐसा कहा जा रहा है कि ‘पीएमसी बैंक घोटाले के संबंध में ईडी ने संजय राउत जी के परिवार को नोटिस भेजा है। मैं संजय राउत साहब से पूछूंगा कि आपका या आपके परिवार का पीएमसी बैंक के साथ रुपए का लेनदेन हुआ था क्या’। उन्होंने कहा ‘अगर लेनदेन हुआ था, वह भी जनता के सामने रखें। क्या आपके पास इस संबंध में इससे पहले आपको कोई जानकारी या नोटिस आया था क्या, यह जानकारी भी जनता के सामने रखें।
किरीट सोमैया ने बैंक को फिर से शुरू करने की बात पर जोर दिया है। उन्होंने कहा ’10 लाख लोगों के पैसे पीएमसी बैंक में फंसे हैं। बैंक पुनर्जीवित किया जाना चाहिए, ऐसे हमारा प्रयास है। और उसी प्रकार से बैंक के लाभार्थीयों की भी जांच होनी चाहिए’।
यह मामला सितंबर 2019 में सामने आया था। तब एक ‘व्हिसलब्लोअर’ की मदद से रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया को यह जानकारी मिली थी कि पीएमसी बैंक एक रियल ऐस्टेट डेवलपर को रुपए देने के लिए नकली खातों का इस्तेमाल कर रहा है। गौरतलब है कि अधिकांश रूप से मध्यम और निम्न वर्ग के लोगों के खाते वाले बैंक की 7 राज्यों में करीब 137 ब्रांच हैं।