- प्रादेशिक सम्मेलन में निजीकरणके खिलाफ आवाज बुलंद करने का लिया फैसला
देहरादून, भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के प्रादेशिक सम्मेलन में कल्याणकारी राज्य व समतावादी समाज के निर्माण के लिए काम करने का संकल्प लिया गया। सम्मेलन में पूंजीशाही व सामंतवाद के खिलाफ संघर्ष छेड़ने का संकल्प लिया गया। इस मौके पर भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी को मजबूत करने वाले कार्यकर्ताओं का सम्मान किया गया।
हाथीबड़कला स्थित सीपीआई कायार्लय में आयोजित सम्मेलन में पूर्व एमएलसी धनीराम सिंह नेगी, डा. गिरधर पंडित, अशोक कंडवाल, जीत सिंह, आरएस भंडारी, एसएस रजवार, जीडी डंगवाल, नागेंद्र थपलियाल, डीके सक्सेना, एमएश वर्मा, एमसी देवरानी, बीडी पांडे को शाल पहनाकर व स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया गया।
इस मौके पर राज्य सचिव समर भंडारी ने कहा कि स्वतंत्रता संग्राम आंदोलन में पार्टी का अभूतपूर्व योगदान रहा है। हमारे वरिष्ठ नेताओं ने बड़ी बड़ी कुरबानियां देकर संगठन और आंदोलन को धारदार बनाया। गरीबों और कमजोर वर्ग की बेहतरी के लिए बहुत काम किए।
उन्होंने कहा कि आज देश और दुनिया में पूंजीवाद का राज चल रहा है। इस वजह से शोषण और उत्पीड़न भी चरम पर है। किसानों, मजदूरों और छोटे व्यापारियों की हालत बहुत खराब है। बेरोजगारी चरम पर है। इसलिए भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के कार्यकर्ताओ को बड़ा संघर्ष करना है। अब गरीब ही नहीं मध्यम व निम्न मध्यम वर्ग भी हमारे साथ आ जाएगा। लेकिन हमें जनता से जुड़े रहना होगा। हमें आम जन के लिए संघर्ष भी करना होगा। पार्टी के वरिष्ठ नेता डा. गिरधर पंडित ने कहा कि केंद्र व राज्य सरकार असहमति की सारी आवाजों को दबा रही है।
सम्मेलन में प्रमुख रूप से अशोक शर्मा, ईश्वर पाल, महिपाल बिष्ट, चित्रा गुप्ता, विक्रम पुंडीर, डा. करनैल सिंह, अश्वनी त्यागी, एमएस त्यागी, विजय पाल, मुनिरिका यादव, जगदीश कुलियाल, धर्मानंद लखेड़ा, महावीर भट्ट, महावीर बुटोला, नरेंद्र रावत, विनोद जोशी, गुरुचरण सिंह चीमा, महावीर भट्ट, फुर्सत अली, जयनारायण नौटियाल आदि शामिल रहे। सम्मेलन की अध्यक्षता नगर पालिका परिषद ऋषिकेश के पूर्व अध्यक्ष वीरेंद्र शर्मा ने की