19 C
Dehradun
Wednesday, October 30, 2024

दून में पुलिस ने पकड़ी नशे की बड़ी खेप, 50 लाख की ड्रग्स के साथ 2 केमिस्ट भाई गिरफ्तार

  • देहरादून पुलिस द्वारा प्रतिबन्धित नशीली दवाओं की अब तक की सबसे बडी रिकवरी
  • पुलिस द्वारा लगभग 68 हजार नशीले टैबलेट 2 मेडिकल स्टोर संचालकों को किया गिरफ्तार
  • बरामद माल की कालाबाजार में अनुमानित कीमत लगभग 50 लाख रूपये है 

देहरादून 7 मई, माननीय मुख्यमंत्री उत्तराखंड के विजन 2025 “ड्रग फ्री देवभूमि” की परिकल्पना को साकार करने हेतु पुलिस उपमहानिरीक्षक/वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक देहरादून सभी थाना प्रभारियों को निर्देशित करते हुए जनपद मे नशे की प्रवृत्ति पर प्रभावी रोकथाम लगाने तथा मादक पदार्थों की तस्करी में लिप्त व्यक्तियों के विरूद्ध कठोर कार्यवाही करने के निर्देश दिये गये हैं। जिनके अनुपालन में पुलिस अधीक्षक अपराध, पुलिस अधीक्षक नगर के मार्गदर्शन तथा क्षेत्राधिकारी प्रेमनगर के पर्यवेक्षण में थानाध्यक्ष प्रेमनगर द्वारा लोगों को नशे के प्रति जागरूक करने तथा मादक पदार्थों की तस्करी में लिप्त व्यक्तियो की धरपकड हेतु अलग-अलग पुलिस टीमों का गठन किया गया। गठित पुलिस टीमों द्वारा मादक पदार्थों की तस्करी में लिप्त व्यक्तियों के सम्बन्ध में लिप्त व्यक्तियों के सम्बन्ध में सुरागरसी-पतारसी करते हुए लगातार गोपनीय रूप से सूचनाएं एकत्रित की जा रही हैं। उक्त क्रम में 6 मई की देर रात्रि पुलिस टीम को मुखबिर के माध्यम से सूचना प्राप्त हुई कि सुद्धोवाला चौक के निकट वंश मेडिकल स्टोर के संचालक द्वारा केमिस्ट की दुकान की आड़ में लोगों को प्रतिबन्धित दवाएं बेची जा रही हैं। उक्त सूचना पर क्षेत्राधिकारी प्रेमनगर के नेतृत्व में पुलिस टीम द्वारा उक्त मेडीकल स्टोर पर दबिश दी गयी तो मेडीकल स्टोर संचालक व उसका भाई अपनी दुकान पर प्रतिबन्धित नशीली दवांए बेचते हुए पकडे गये। मेडीकल स्टोर की तलाशी लेने पर पुलिस टीम को मेडीकल स्टोर से नशीली दवाओं की बडी खेप बरामद हुई, जिसके सम्बन्ध में पूछताछ करने पर मेडीकल स्टोर संचालक द्वारा बताया गया कि वह तथा उसका भाई दोनों केमिस्ट की दुकान चलाते हैं तथा ज्यादा मुनाफा कमाने के लालच में सामान्य दवाओं की आड में उक्त प्रतिबन्धित नशीली दवाओं को नशे के आदे नौजवानों को ऊंचे दामों पर बेचते हैं। उनके पास दवाओं को बेचने का कोई वैध लाइसेंस नहीं है।
दोनो अभियुक्तों को मौके से गिरफ्तार कर उनके विरूद्ध थाना प्रेमनगर में धारा: 08/22/29 एनडीपीएस एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज किया गया। बरामद प्रतिबन्धित दवाओं के बैच नम्बरों से उक्त दवाओं के निर्माता व स्त्रोतों के सम्बन्ध में जानकारी जुटाई जा रही है, अभियुक्तों को समय से मांननीय न्यायालय के समक्ष पेश किया जायेगा।

पुलिस टीम द्वारा गिरफ्तार अभियुक्त :- कृष्ण कुमार पुत्र रमेश चन्द्र निवासी 76 बल्लूपुर फ्रैण्डस कालोनी थाना कैण्ट देहरादून उम्र 42 वर्ष और विनय कुमार पुत्र रमेश चन्द्र निवासी 76 बल्लूपुर फ्रैण्डस कालोनी थाना कैण्ट देहरादून उम्र 40 वर्ष।

पूछताछ में अभियुक्तगणों द्वारा बताया गया कि हम वर्ष: 2013 से दवाओं को बेचने का कार्य कर रहे हैं। हमारे पास दवाओं को बेचने का कोई वैध लाइसेंस नहीं है। उक्त प्रतिबन्धित नशीली दवाएं केवल चिकित्सक की सलाह पर ही दी जाती हैं परन्तु नशे के आदि व्यक्तियों द्वारा इन दवाओं को नशा करने के लिये प्रयोग किया जाता है, इसलिये हम लोग इन दवाओं की कालाबाजारी कर नशे के आदि व्यक्तियों को ऊंचे दामों में बेचते हैं। हमारी सुद्धोवाला चौक पर ही वंश मेडिकल स्टोर तथा आयुष मेडिकल स्टोर के नाम से दो दुकाने हैं। पूर्व में हम सुद्धोवाला चौक पर ही किराये पर दुकाने चलाया करते थे। परन्तु वर्तमान में हमने अपनी दुकाने खरीद ली हैं, जिनमें हम उक्त मेडीकल स्टोर संचालित करते हैं। उक्त प्रतिबन्धित दवाओं को हम रेसकोर्स निवासी इन्द्रजीत नाम के व्यक्ति से खरीदते हैं, जो कि धर्मपुर में दवाओं का डिस्ट्रीब्यूटर है। हमारे द्वारा उक्त सभी प्रतिबन्धित नशीली दवाएं कुछ दिन पूर्व ही इन्द्रजीत से खरीदी गयी थी।

गिरफ्तार अभियुक्त से बरामद ड्रग्स :-

1- SEMDEX PLUS ( NRX) ट्रामाडॉल के 56448 कैप्सूल
2- B- REST ( NRX) एल्फ्राजोलाम के 11400 टैब्लेट

अभियुक्त से बरामद ड्रग्स का अनुमानित मूल्य:- कालाबाजार मे बरामद ड्रग्स की अनुमानित मूल्य 50 लाख,

नोट:- भारी मात्रा में नशीली दवाओं की बरामदगी करने वाली पुलिस टीम को श्रीमान पुलिस महानिरीक्षक गढवाल परिक्षेत्र महोदय द्वारा 40000/- (चालिस हजार) रू0 तथा श्रीमान पुलिस उपमहानिरीक्षक/वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक देहरादून महोदय द्वारा 20000/- (बीस हजार) रू0 नगद पुरूस्कार से पुरूस्कृत करने की घोषणा की गयी।

अभियुक्त को गिरफ्तार करने वाली पुलिस टीम :- आशीष भारद्वाज सीओ प्रेमनगर, पीडी भट्ट एसएचओ प्रेमनगर, प्रवीण सिंह पुण्डीर एसएसआई, दीपक मैठाणी एसआई (चौकी इंचार्ज ), संजय रावत एसआई, सैय्यदुल बहार एसआई, हेड कांस्टेबल महेन्द्र सिंह, कांस्टेबल अमित कवि और कांस्टेबल जीएस सैनी।

शिकायतकर्ता ट्रैफिक मुकदमा अपराध संख्या खूफ़िया जाँच पड़ताल देख रेख
कर जेल भेजा    सीओ  एसओ एसआई इंस्पेक्टर एसटीएफ

Related Articles

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here

spot_img
spot_img

Stay Connected

22,024FansLike
0FollowersFollow
0SubscribersSubscribe

Latest Articles

- Advertisement -spot_img
error: Content is protected !!