- ऋषिकेश में सड़क चलती महिलाओं को बातों में उलझाकर रुमाल के अंदर कागज की गड्डी दे कर जेवरातों की ठगी
- जेवरातों की ठगी करने वाले गिरोह के 3 शातिर ठग 24 घंटे के अंदर गिरफ्तार, महिला से ठगी गई ज्वेलरी एवं नकदी बरामद’
देहरादून/ऋषिकेश 4 फरवरी, कोतवाली ऋषिकेश में शिकायतकर्ता आभा सिंघल पत्नी मंगल सिंघल निवासी सुभाष चैक मेन बाजार ऋषिकेश के द्वारा बीती 3 फरवरी को थाना ऋषिकेश में एक लिखित तहरीर दी गयी कि 2 फरवरी को वह तथा उनकी बहु रिचा सिंघल गंगानगर में एक भण्डारे में गये थे, भण्डारे से वापस आते समय पुरानी चुंगी के पास उनसे एक लडके ने हरिद्वार का रास्ता पूछा इसी दौरान एक दूसरे लडके ने आकर उस लडके को 50 रूपये देते हुए टैम्पो पकडकर हरिद्वार जाने को कहा तथा बातचीत के दौरान उसके द्वारा वादिनी व उनकी बहु को अपने झांसे में लेते हुए उनके द्वारा पहने गये जेवरातों के एवज में उन्हें 10 लाख रूपये देने की बात कही तथा उन्हें विश्वास दिलाने के लिये अपने बैग में से कपडों में लपेटा हुआ नोटों का बंडल निकाला जिसमें ऊपर से 2 हजार रूपये का नोट लगा था। उक्त व्यक्ति द्वारा उक्त बडंल वादिनी को देते हुए उसके एवज में शिकायतकर्ता तथा उनकी बहु से उनके पहने हुए गहने: 1 गले का पैण्डल, 4 अंगूठी, गले की चैन, कान के चेन वाले टाॅप्स तथा 500 रूपये नगद ले लिये। उसके पश्चात जब शिकायतकर्ता द्वारा उक्त नोटों का बण्डल खोला गया तो उसमें से केवल कागजात निकले। महिला शिकायतकर्ता द्वारा दी गयी लिखित तहरीर के आधार पर कोतवाली ऋषिकेश में मुकदमा बनाम अज्ञात’ दर्ज कर घटना की जानकारी उच्च अधिकारीगणों को देते हुए विवेचना प्रारंभ की गई।
ठगी की घटना की गंभीरता को देखते हुए डीआईजी/एसएसपी देहरादून दिलीप सिंह कुंवर द्वारा तत्काल टीम गठित करते हुए मुकदमे के अनावरण व अभियुक्तों की गिरफ्तारी हेतु आदेश दिए गए। जिसके अनुपालन में पुलिस अधीक्षक देहात महोदय व क्षेत्राधिकारी ऋषिकेश महोदय के निकट पर्यवेक्षण में प्रभारी निरीक्षक कोतवाली ऋषिकेश’ के द्वारा वर्दी तथा सादे वस्त्रों में दो टीम गठित कर आवश्यक दिशा निर्देश दिए गए।
उच्च अधिकारी गणों से प्राप्त दिशा निर्देशों का पालन करते हुए गठित पुलिस टीम ने घटनास्थल के आसपास आने जाने वाले रास्तों पर लगे लगभग 23 सीसीटीवी कैमरे का बारीकी से निरीक्षण किया गया। वादी एवं घटना के समय घटनास्थल के आसपास मौजूद लोगों से पूछताछ की गई। सीसीटीवी से प्राप्त फोटो वीडियो के आधार पर मुखबिर तंत्र सक्रिय किया गया। कोतवाली ऋषिकेश क्षेत्र अंतर्गत जगह-जगह पर चेकिंग अभियान चलाया गया।
उपरोक्त किए गए कार्यों से गठित टीमों के द्वारा महत्वपूर्ण जानकारियां हासिल कर आपसी सामंजस्य स्थापित कर पुनः मुखबिर तंत्र को सक्रिय किया गया। जिसके पश्चात 3 फरवरी को मुखबिर खास की सूचना पर घटना उपरोक्त से संबंधित तीन अभियुक्तों को हरिद्वार से गिरफ्तार कर घटना से सम्बन्धित शत प्रतिशत माल बरामद किया गया।
पुलिस टीम द्वारा गिरफ्तार अभियुक्त -गोपाल पुत्र वीर सिंह सोलंकी निवासी मुरमुरा कॉलोनी लोनी खुशहालपुर पार्क थाना टोनिका सिटी जिला गाजियाबाद उत्तर प्रदेश, राहुल परमार पुत्र किशन परमार निवासी झुग्गी झोपड़ी मायापुरी फेस टू दिल्ली वर्तमान पता वर्मा रोड विकास नगर थाना मोहन गार्डन दिल्ली और धर्म भाट पुत्र स्वर्गीय मोतीलाल भाट निवासी वार्ड नंबर 3 सुभाष वार्ड ग्राम भाटापारा थाना भाटापारा जिला बलौदा बाजार छत्तीसगढ़।
पुलिस टीम द्वारा गिरफ्तार अभियुक्त से बरामद माल-1 चैन पीली धातु, 4 अंगूठी पीली धातु, 2 झुमके पीली धातु, 1 पैंडल पीली धातु, 500 रुपए नकद, बरामद ज्वैलरी की अनुमानित कीमत लगभग साढे 4 लाख रूपये।
पूछताछ करने पर तीनों अभियुक्तों के द्वारा बताया गया कि हम तीनों आपस में रिश्तेदार हैं हम लोग कागजों की गड्डी बनाकर उनके ऊपर व नीचे एक एक असली नोट लगाते हैं तथा इसे नीले कपड़े से पैक कर चारों तरफ से सीलकर ऊपर से सफेद धागे से लपेट देते हैं तथा कपड़े को ऊपर से हल्का कर देते हैं। जिससे नोट दिखाई दे व सामने वाले को यकीन हो जाए कि यह नोटों की गड्डी है, इसके पश्चात हम लोग ऐसे स्थानों में जाते हैं जहां की जनता भोली भाली हो इसके बाद हम लोग किसी भोली-भाली महिला को अपने जाल में फंसाते हैं व अपने पास रखी गड्डी को असली नोटों की गड्डी बताकर तथा अपनी बातों में उलझा कर उसकी ज्वेलरी के बदले गड्डी देने को कहते हैं। जिस पर सामने वाला लालच मैं आकर गड्डी को बिना सोचे समझे रख लेता है व अपनी सारी ज्वैलरी हमें दे देता है इसके बाद हम सभी वहां से ठगी कर निकल जाते हैं कल भी हम लोग ऋषिकेश आए थे व 2 महिलाओं को गड्डी दिखाकर उनकी ज्वेलरी व 500 रूपये की ठगी की थी। आज हम इस ज्वेलरी को आपस में बांटकर दोबारा किसी और के जगह ठगी करने का प्लान बना रहे थे कि तभी देहरादून पुलिस ने हमें पकड़ लिया।अभियुक्तगणों को समय से माननीय न्यायालय के समक्ष पेश किया जायेगा।
नोट:- सभी अभियुक्तों के अन्य आपराधिक इतिहास की जानकारी की जा रही है।
अभियुक्त को गिरफ्तार करने वाली पुलिस टीम इंस्पेक्टर इंचार्ज कोतवाली ऋषिकेश केआर पांडेय, एसएसआई कोतवाली ऋषिकेश एसआई डीपी कालाए, एसआई चिंतामणि मैथानी चैकी प्रभारी आईडीपीएल, हेड कांस्टेबल अमित राणा, कांस्टेबल संदीप छाबड़ी और कांस्टेबल सचिन सैनी।
एसओजी देहात टीम:एसआई दीपक धारीवाल, प्रभारी एसओजी देहात, हेड कांस्टेबल कमल जोशी, कांस्टेबल नवनीत नेगी, कांस्टेबल मनोज और कांस्टेबल सोनी लाठी।
मुकदमा अपराध संख्या एसएसआई में
मुकदमा अपराध संख्या मुकदमा दर्ज