- पर्वतीय सतत विकास शिखर सम्मेलन
देहरादून, 11 दिसम्बर सतत पर्वतीय विकास शिखर सम्मेलन का उद्घाटन मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत और मेघालय के मुख्यमंत्री के संगमा ने किया।शुक्रवार को समारोह का उद्घाटन करते हुए मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने कहा कि हिमालयी क्षेत्रों के विकास के लिए सभी को मिलकर काम करना होगा। जहां बड़ी चुनौतियां हैं वहीं मौके भी बहुत अधिक हैं। कोविड 19 की महामारी ने बड़ी संख्या में आजीविका को तबाह किया है। लेकिन इस आपदा को अवसर में तब्दील करने की कोशिश हो रही है। इससे हिमालयी इलाकों की अर्थव्यवस्था पहले से अधिक बलशाली बन सकेगी। इसके लिए प्रवासियों के लिए स्किल मैपिंग पोर्टल की शुरुआत की। इसका नाम होप रखा गया। इसके अंर्तगत कुशल श्रमिकों को पंजीकृत कर रोजगार के अवसर प्रदान किए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि हिमालयी नीति बनाकर उसका कायार्न्वयन करना हम सभी का दायित्व है। पर्यटक स्थलों को चिन्हित कर उनको विकसित करने की दरकार है। पर्यटन सेक्टर में रोजगार के अपार असर छिपे हैं। ग्रोथ सेंटरों के माध्यम से नवीन उद्योग क्रांति की जा सकती है। गांव का किसान व महिलाएं उद्यमी बन सकते हैं। मुख्यमंत्री ने ऐलान किया कि राज्य अपने ब्रांड को विश्व स्तर पर पहचान दिलाने के उद्देश्य से हाॅली ब्रांड नाम से प्रोडक्ट लांच करने जा रहा है। मुख्यमंत्री ने दिवंगत रघुनंदन सिंह टोलिया को याद करते हुए कहा कि युवाओं को उनसे प्रेरणा लेकर काम करना होगा।
सतत विकास मंच के अध्यक्ष डा. राजेंद्र डोभाल ने कहा कि पर्वतीय अर्थव्यवस्था को ऊंचाई देने के लिए काम करना होगा। इसमें हमें आत्मविश्वास के साथ काम करना होगा। यहां की आर्थिकी, जलवायु, आपदा न्यूनीकरण, कृषि आधारित आजीविका, जल संरक्षण, डिजिटल जाब, ग्रीन फ्यूचर पर लगातार मंथन होते रहना चाहिए। हमें हिमालयी क्षेत्र की जैव संपदा बचाकर रखनी होगी। उन्होंने कहा कि हमें नवीन अर्थव्यवस्था को नया आयाम देने के लिए मिलकर काम करना होगा। नकारात्मकता को त्यागकर अब संपदा निर्माता बनना होगा।
सत्र की अध्यक्षता करते हुए इंटीग्रेटेड माउंटेन इनिशिएटिव के अध्यक्ष पीडी राय ने कहा कि अब नयी सुबह के लिए काम करना होगा।
अंबा जमीर ने धन्यवाद ज्ञापित किया। इस मौके पर एएन पुरोहित, डा. जीएस रावत, एसटीएच लेप्चा,,बिनीता शाह, डा. पीयूष जोशी, अमृता, प्रेरणा, प्रदीप, हिमांशु आदि शामिल रहे। फोटो——-