देहरादून, उत्तराखंड के राजनैतिक इतिहास में भाजपा ने नया अध्याय जोड़ा है, इस बार के विधानसभा चुनाव में कोटद्वार के दिग्गज कांग्रेस नेता सुरेंद्र सिंह नेगी को हराकर विधायक बनी रितु खंडूरी ने कई मिथक तोड़े हैं। कोटद्वार विधानसभा सीट से भाजपा विधायक रितु खंडूरी भूषण राज्य की पांचवीं विधानसभा में अध्यक्ष की भूमिका निभाएंगी। भाजपा ने उन्हें विधानसभा अध्यक्ष पद का प्रत्याशी बनाने का निर्णय लिया है। रितु खंडूरी भूषण विधानसभा अध्यक्ष बनने वाली राज्य की पहली महिला विधायक होंगी। वह पूर्व मुख्यमंत्री व पूर्व केंद्रीय मंत्री भुवन चंद्र खंडूड़ी की पुत्री हैं। भाजपा की लगातार दूसरी बार जीत के बाद मंत्रिमंडल में महिलाओं को अधिक प्रतिनिधित्व मिलने की संभावना व्यक्त की जा रही थी। यहां तक कि मुख्यमंत्री पद को लेकर दावेदार के रूप में भी रितु खंडूरी भूषण का नाम चर्चाओं में रहा। बुधवार को शपथ ग्रहण से पहले उम्मीद की जा रही थी कि उन्हें मंत्रिमंडल में स्थान मिलेगा, लेकिन ऐसा हुआ नहीं।
रितु खंडूरी चौथी विधानसभा में पौड़ी गढ़वाल जिले की यमकेश्वर सीट से विधायक बनीं थीं। लेकिन इस बार उन्हें भाजपा ने कोटद्वार सीट से प्रत्याशी बनाया। पिछली बार कोटद्वार से चुनाव जीतकर डॉ हरक सिंह रावत कैबिनेट मंत्री बने थे। पार्टी को अपनी मांगों को लेकर ब्लैकमेल कर रहे हरक सिंह को भाजपा ने ठीक चुनाव से पहले निष्कासित कर दिया था, जिसके बाद वह बड़ी मुश्किल से कांग्रेस में लौट पाए। अंतिम समय में टिकट मिलने के बावजूद रितु खंडूरी भूषण ने कोटद्वार सीट पर जीत दर्ज करते हुए कांग्रेस प्रत्याशी व पूर्व मंत्री सुरेंद्र सिंह नेगी को पराजित किया। भाजपा ने पूर्व मुख्यमंत्री बीसी खंडूरी की बेटी रितु खंडूरी ने कांग्रेस के सुरेंद्र सिंह नेगी के खिलाफ 3687 वोटों के अंतर से जीत हासिल कर बड़ी उलटफेर की है। रितु दूसरी बार मैदान में उतरीं थीं। 2022 के विधानसभा चुनाव में रितु खंडूरी को बीजेपी ने आखिरी समय पर यमकेश्वर से हटाकर कोटद्वार सीट से प्रत्याशी बनाया था।उत्तराखंड विधानसभा चुनाव 2022 में कोटद्वार से उनकी यह जीत कई मायनों में खास रही है। कोटद्वार सीट से चुनाव जीतकर उन्होंने अपने पिता की हार का बदला लिया था। आज इसके साथ ही अब पहली महिला स्पीकर का बनकर इतिहास रच रही हैं।