- परीक्षार्थी और कर्मचारी बिना थर्मल स्क्रीनिंग और सैनिटाइजेशन के कर रहे थे काॅलेज में प्रवेश
- सोशल डिस्टेंस का पालन नहीं कर रहे थे परीक्षार्थी
रुड़की, डीएलएड प्रवेश परीक्षा केंद्र में कोविड-19 की गाइड लाइन का पालन नहीं करने पर मुख्य शिक्षा अधिकारी ने केएलडीएवी पीजी काॅलेज रुड़की की प्राचार्य का दिसंबर महीने का वेतन रोक दिया है।
शुक्रवार को प्रदेशभर में डीएलएड की प्रवेश परीक्षा थी। रुड़की में केएलडीएवी पीजी काॅलेज में परीक्षा केंद्र बनाया गया था। सुबह दस बजे मुख्य शिक्षा अधिकारी डा. आनन्द भारद्वाज ने परीक्षा केंद्र का औचक निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान उन्होंने पाया कि काॅलेज गेट पर परीक्षार्थियों द्वारा सोशल डिस्टेंस का पालन नहीं किया जा रहा था। कालेज गेट पर यद्यपि काॅलेज के कर्मचारी थर्मामीटर तथा सैनिटाइजर लेकर मौजूद थे, लेकिन परीक्षार्थी और कर्मचारी बिना थर्मल स्क्रीनिंग और सैनिटाइजेशन के काॅलेज में प्रवेश कर रहे थे। यही नहीं परीक्षा कक्ष में काॅलेज के कर्मचारी और परीक्षार्थी बिना मास्क के थे। परीक्षा कक्ष में भी अधिक परीक्षार्थी बैठाए गए थे।
डा. आनन्द भारद्वाज ने बताया कि जब इस संबंध में केएलडीएवी पीजी काॅलेज रुड़की की प्राचार्य/परीक्षा प्रभारी डा. यशोदा मित्त से पूछा गया तो उन्होंने बड़ी लापरवाही से जबाव दिया। डा. भारद्वाज ने बताया कि प्राचार्य/परीक्षा प्रभारी का दिसंबर माह का वेतन रोक दिया गया है तथा उन्हें 19 दिसंबर को मुख्य शिक्षा अधिकारी कार्यालय में उपस्थित होकर अपना पक्ष रखने के निर्देश दिए गए हैं।
- दो प्रधानाध्यापकों के वेतन आहरण पर भी लगाई रोक
मुख्य शिक्षा अधिकारी डा. भारद्वाज ने राजकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय तांशीपुर के प्रधानाध्यपाक अवनेन्द कुमार यादव और राजकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय रानीमाजरा के प्रधानाध्यापक राकेश कुमार शर्मा के वेतन आहरण पर भी रोक लगा दी है। दोनों प्रधानाध्यपकों को डीएलएड परीक्षा में पर्यवेक्षक नियुक्त किय गया था, लेकिन दोनों की बिना सूचना दिए ड्यूटी से अनुपस्थित रहे।