देहरादून, बीती 29 जनवरी शनिवार को थाना नेहरु कालोनी को 112 कन्ट्रोल रुम के माध्यम से सूचना प्राप्त हुई कि एक महिला द्वारा फ्रेन्डस इनक्लेव डिफेन्स कालोनी में आत्महत्या करने का प्रयास किया गया है, उक्त घटना की गंभीरता को देखकर पुलिस अधीक्षक नगर महोदया, क्षेत्राधिकारी नेहरू कॉलोनी व प्रभारी निरीक्षक नेहरू कॉलोनी मय फोर्स के घटनास्थल पहुंचे तथा घटनास्थल पर फील्ड यूनिट को बुलाकर घटनास्थल का बारीकी से निरीक्षण किया गया तो देखा कि एक महिला बिस्तर पर मृत पडी थी, जिसका गला रेता गया था व पास में ही एक चाकू व प्रेस की केबल पड़ी थी तथा मृतक महिला के पास ही लगभग एक बर्ष का बालक व एक सात वर्षीय बालिका डरे सहमें एक कोने में खडे थे। निरीक्षण घटनास्थल से प्रथम दृष्टया उक्त महिला की गला रेत कर हत्या किया जाना प्रतीत हो रहा था।
घटना के संबंध में आसपास पूछताछ करने पर पता चला कि उक्त महिला का नाम श्वेता श्रीवास्तव है जो अपने पति सौरभ श्रीवास्तव व दो बच्चों के साथ पिछले कुछ समय से उक्त मकान पर किराये में निवास कर रहे थे। घटना के पश्चात से ही उक्त मृतिका का पति सौरभ श्रीवास्तव अपनी स्कूटी के साथ फरार था, घटना के सम्बन्ध में मृतका के परिजनों को सूचित कर मृतका का पंचायतनामा/पोस्टमार्टम की कार्यवाही की गयी। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में उक्त महिला का गला रेत कर हत्या किया जाना प्रकाश में आया।
घटना के सम्बन्ध में मृतका के पिता अजय कुमार श्रीवास्तव निवासी कुशीनगर उत्तर प्रदेश ने अपने दामाद सौरभ श्रीवास्तव द्वारा उनकी पुत्री की हत्या करने के संबंध में दी गयी तहरीर के आधार पर थाना नेहरु कालोनी पर अपराध संख्या 45/22 धारा 302/307 आईपीसी बनाम सौरभ श्रीवास्तव दर्ज किया गया। घटना के शीघ्र खुलासे हेतु डीआईजी/एसएसपी देहरादून जन्मेजय खण्डूरी द्वारा आवश्यक दिशा निर्देश दिये गये, जिसके अनुपालन में पुएसपी सिटी सरिता डोबाल के निर्देशन व सीओ नेहरु कालोनी की देखरेख में प्रभारी निरीक्षक नेहरु कालोनी के नेतृत्व में टीमों का गठन किया गया, जिस पर गठित पुलिस टीम द्वारा कुशल सुराग लगाते हुए अभियुक्त सौरभ श्रीवास्तव पुत्र शम्भूलाल श्रीवास्तव निवासी मूलन छपरा थाना पिटेरवा, जनपद कुशीनगर, उत्तर प्रदेश, उम्र 36 वर्ष को आज 31 जनवरी को नेहरुकोलोनी क्षेत्र में फ्रेंड्स कॉलोनी के गेट के पास से गिरफ्तार किया गया। अभियुक्त को न्यायालय पेश कर जेल भेजा जा रहा है।
पुलिस द्वारा गिरफ्तार अभियुक्त- सौरभ श्रीवास्तव पुत्र शम्भूलाल श्रीवास्तव निवासी मूलन छपरा, थाना पिटेरवा, जनपद कुशीनगर, उत्तर प्रदेश, उम्र 36 वर्ष।
पूछताछ में अभियुक्त सौरभ श्रीवास्तव पुत्र शम्भूलाल श्रीवास्तव ने बताया कि वह करीब 12-13 साल से देहरादून मे ही रहकर नौकरी कर रहा है। इसकी शादी श्वेता श्रीवास्तव से जून- 2014 मे हुई थी, शादी के 6 माह बाद से ही पत्नी साथ देहरादून मे रहने आ गयी थी, इसी बीच इसके दो बच्चे, बडी बेटी लव्या उम्र 6 वर्ष व 11 माह का बेटा नारायण पैदा हुऐ। ये सीएसडी कैंटीन मे मार्केटिंग का काम करता था, जिससे इसकी अच्छी खासी इनकम हो जाती थी।देहरादून मे कई जगह किराये पर रहा था और वर्तमान में फ्रैन्डस कॉलोनी मे रह रहा था। इसकी पत्नी श्वेता को ऐशो-आराम भरा जीवन जीने की आदत हो गयी थी, पत्नी कमाई से ज्यादा की मांग करती रहती थी और इसके कहे अनुसार अपनी पत्नी की ऐसी मांग करने से कर्जे मे डूब गया था। तीन माह पहले कोविड के कारण नौकरी भी छूट गयी थी और ये वर्तमान में काफी आर्थिक तंगी मे चल रहा था जिस कारण तीन माह से अपने कमरे का किराया भी नही दे पाया था। इसकी छोटी बहन की शादी 10 फरवरी 22 को होनी तय हुई थी, जिसकी पूर्ण जिम्मेदारी इसके ही ऊपर थी। इसने अपनी बहन की शादी के लिये किसी व्यक्ति से 5 लाख रुपये ब्याज पर लेने की बात कर रखी थी, परन्तु वह नौकरी छूटने के कारण टाल मटोल कर रहा था। दूसरी ओर पत्नी श्वेता को जब बहन की शादी मे चलने के लिये कहा तो श्वेता ने शादी मे जाने के लिए नए हार की मांग कर दी। काफी समझाने पर भी वह नही मानी और उसने रानीहार की जिद पकड ली। गुस्से मे वह घर के कपडे इधर उधर फेक रही थी, रोकने की कोशिश की तो उसने सौरभ पर हाथ उठा दिया, उस समय बेटा दूसरे कमरे मे सो रहा था और बेटी बच्चो के साथ बाहर रोड पर खेल रही थी। श्वेता के हाथ उठाने से इसे भी गुस्सा आ गया और उसे बैडरुम वाले कमरे मे पटक दिया, फिर दोनों हाथो से उसका गला दबाया वह तडपने लगी, इसे लगा कि वह अभी जिन्दा है तो फिर कपडे की प्रेस की तार से उसका गला दबाया तब भी वह तडप रही थी लेकिन तब भी श्वेता जिन्दा थी, तो सौरभ ने किचन से सब्जी काटने का चाकू लाया और श्वेता का गला रेत दिया तभी बेटी लव्या आ गयी और देखकर रोने लगी और बाहर की तरफ भागकर चिल्लाने लगी तो इसने उसका मुह दबा दिया पर वह नही मानी, फिर उसका गला दबाया तो वह बेहोश हो गई, उसके बाद अपने बेटे नारायण को उसकी मां के बगल मे लिटा दिया। जब इसे यकीन हो गया कि श्वेता मर चुकी है तो ये अपनी स्कूटी लेकर वहां से भाग गया। इसका कहना है कि श्वेता इसे अपने नाते रिश्तेदारो से भी बात नही करने देती थी, जिससे इसका गुस्सा उसके प्रति बहुत बढ गया था। घटना के दिन दोपहर से ही इसने काफी शराब पी रखी थी। पुलिस द्वारा आज पकड़े जाने पर बताया कि ये अपने कमरे फ्रैन्डस कालोनी गया और वहां चुपके से अपनी स्कूटी खडी करके वापस विधान सभा की तरफ पैदल जा रहा था कि तभी पुलिस ने पकड लिया। इसके परिवार में माता पिता तथा एक भाई व एक कुंवारी बहन रहती है और एक बहन की शादी हो चुकी है तथा घर परिवार की जिम्मेदारी भी इसकी ही थी परन्तु श्वेता इस बात को नही समझती थी तब इसने यह कदम उठाया।
अभियुक्त सौरभ श्रीवास्तव को गिरफ्तार करने वाली पुलिस टीम में एसएसआई दीपक रावत, थाना नेहरु कालोनी एसआई दीपक कठैत, एसआई चिन्तामणि मैठाणी, चौकी इंचार्ज डिफेन्स कालोनी, कॉन्स्टेबल विजय, आशीष राठी और कॉन्स्टेबल देवेन्द्र सिह आदि।