- आर्मी कैडेट कॉलेज का116 वां दीक्षांत समारोह
- गौरवमय रहा है आर्मी कैडेट कालेज का इतिहास, उसको आगे बढ़ाएं: कमांडेंट लेफ्टिनेंट जनरल हरिंदर सिंह
- चैंपियन कारगिल कंपनी को मिला कमांडेट बैनर
देहरादून, दिसम्बर भारतीय सैन्य अकादमी के फीडर विंग आर्मी कैडेट कालेज के 116 वें कोर्स में 31 कैडेट्स को जवाहर लाल नेहरु विश्वविद्यालय से स्नातक उपाधि प्रदान की गई। तीन साल के कठिन परिश्रम के बाद अब ये भारतीय सैन्य अकादमी का हिस्सा बन गये हैं। एक साल की कठोर ट्रेनिंग पाने के बाद ये कैडेट्स सेना अधिकारी बन जाएंगे। भारतीय सैन्य अकादमी के कमांडेंट लेफ्टिनेंट जनरल हरिंदर सिंह ने एसीसी कैडेट्स से गौरवशाली सैन्य परंपरा को आगे बढ़ाने का आह्वान किया।
गोल्ड मेडल विंग कैडेट कैप्टन अतिन थापा को प्रदान किया गया है। सिल्वर मेडल विंग कैडेटक्वार्टर मास्टर सतबीर सिंह और कांस्या मेडल विंग कैडेट एडजुटेंट साहिल ठाकुर को प्रदान किया गया।
शुक्रवार को भारतीय सैन्य अकादमी के खेत्रपाल सभागार में आयोजित ग्रैजुएशन सेरेमनी में आर्मी कैडेट कालेज के 31 कैडेट्स को ग्रेजुएशन की डिग्री प्रदान की गई। इनमें से बीस को मानविकी और 11 को विज्ञान की डिग्री मिली है। गोल्ड मेडल विंग कैडेट कैप्टन अतिन थापा को प्रदान किया गया है। सिल्वर मेडल विंग कैडेटक्वार्टर मास्टर सतबीर सिंह और कांस्या मेडल विंग कैडेट एडजुटेंट साहिल ठाकुर को प्रदान किया गया। कमांडेंट सिल्वर मेडल्स सर्विस सब्जेक्ट्स में अनमोल गुरुंग, मानविकी में कंपनी क्वार्टर मास्टर सारजेंट अतुल प्रताप और विज्ञान में प्लैटून कैडेट कमांडर साहिल ठाकुर को प्रदान किया गया। समारोह की अध्यक्षता करते हुए कमांडेंट लेफ्टिनेंट जनरल हरिंदर सिंह ने कहा कि आर्मी कैडेट कालेज के कैडेट्स की महान विरासत रही है। साहस, पराक्रम, सैन्य नेतृत्व, युद्ध कौशल, प्रोफेशनलिज्म में एसीसी से पास आऊट होने वाले कैडेट्स ने नई इबारत लिखी है। गैलेंटरी अवाडर्स, परमवीर चक्र, अशोक चक्र पाने वालों में सबसे ऊपर एसीसी कैडेट्स ही रहे है। एसीसी से आईएमए में आकर स्वार्ड आफ आनर पाने वालों में एसीसी के कैडेट्स रहे हैं। यह गर्व की बात है। उन्होंने कहा कि कैडेट्स को महान विरासत और परंपरा को आगे बढ़ाने की जिम्मेदारी है। एसीसी ने हम सभी को गौरवांवित किया है।
आर्मी कैडेट कालेज के कमांडेंट ब्रिगेडियर शैलेश सती ने कहा कि कोरोना की बाधाओं के बावजूद कैडेट्स ने अथक परिश्रम किया है। उन्हें बेहतरीन ट्रेनिंग दी गई। सभी कैडेट्स ने जी जान से परिश्रम किया है। अब वे भारतीय सैन्य अकादमी का हिस्सा बन जाएंगे। इस मौके पर कमांडेट बैनर एसीसी की चैंपियन कारगिल कंपनी को प्रदान किया गया।