देहरादून 24 जनवरी, आयुष एवं आयुष शिक्षा, अनुभाग, उत्तराखण्ड शासन के कार्यालय द्वारा 28 दिसम्बर 2021 को जारी आदेश के द्वारा डॉ मृत्युंजय कुमार मिश्रा का निलम्बन वापस कर सवेतन बहाल करते हुए कुलसचिव, उत्तराखण्ड आयुर्वेद विश्वविद्यालय, हर्रावाला, देहरादून के पद पर तैनात किया गया था।
उत्तराखण्ड शासन ने अब एक नया आदेश है जिसमे कहा गया है कि उत्तराखण्ड आयुर्वेद विश्वविद्यालय में चल रहे प्रशासनिक गतिरोध को समाप्त किये जाने एवं शासकीय कार्य सुचारू रूप से चलाये जाने के उद्देश्य से तथा कार्मिकों के हित को दृष्टिगत रखते हुए डॉ मृत्युंजय कुमार, कुलसचिव, उत्तराखण्ड आयुर्वेद विश्वविद्यालय को अग्रिम आदेशों तक के लिए सचिव, आयुष एवं आयुष शिक्षा, उत्तराखण्ड शासन के कार्यालय से सम्बद्ध किया जाता है।
डॉ मृत्युंजय कुमार की सम्बद्धता अवधि में डॉ अरूण कुमार त्रिपाठी, परिसर निदेशक, गुरुकुल परिसर हरिद्वार द्वारा अपने वर्तमान दायित्वों के साथ-साथ कुलसचिव, उत्तराखण्ड आयुर्वेद विश्वविद्यालय के कार्यों एवं दायित्वों का निर्वहन प्रभारी कुलसचिव के रूप में किया जायेगा। इस हेतु डॉ अरूण कुमार त्रिपाठी को कोई अतिरिक्त वेतन / भत्ते देय नहीं होंगे। मुख्य सचिव डॉ सुखबीर सिंह सन्धु द्वारा जारी आदेश में कहा गया है कि यह आदेश तत्काल प्रभाव से लागू होंगे।
सूत्रों के अनुसार मृत्युंजय कुमार मिश्रा की रजिस्ट्रार पद पर बहाली के लिए एक कैबिनेट मंत्री की कृपा दृष्टि को माना जा रहा था जिन्हने मुख्यमंत्री पर दबाव बना कर मूल विभाग में भेजे जाने वाले फैसले को बदलवाया था लेकिन अब स्तिथि बदल चुकी है कैबिनेट मंत्री के हटते ही तथा अचार संहिता के बाद प्रशासनिक कार्यों में राजनैतिक दखल न हो पाने पर आयुष शिक्षा सचिव द्वारा दिए आदेश को पलटते हुए मुख्य सचिव डॉ सुखबीर सिंह सन्धु ने मृत्युंजय मिश्रा की आयुर्वेद विश्वविद्यालय की गई प्रतिनियुक्ति से हटा कर उत्तराखण्ड शासन के कार्यालय से सम्बद्ध कर दिया है।