देहरादून, पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत से सार्वजानिक मंच पर खुलकर माफी मांगने वाले हरक सिंह रावत की कांग्रेस में वापसी का रास्ता पूरी तरह से साफ़ नहीं है, सूत्रों की माने तो अगर हरक को कांग्रेस में वापस लिया जाता है तो उन्हें एक ही टिकट दिये जाने की उम्मीद है, वह भी उनके खुद के लिए नहीं क्योंकि उनका विरोध पुरे प्रदेश में कहीं खुल कर तो कहीं अंदर ही अंदर है। उत्तराखंड में अटकलों के बीच सूत्रों के हवाले से ख़बर है कि हरक सिंह रावत को कांग्रेस टिकट न दे कर उनकी पुत्रवधु अनुकृति गुसाईं को पार्टी कांग्रेस के सिम्बल देकर चुनाव लड़ा सकती है। एक हफ्ता पहले ही तीन से पांच टिकट मांगने वाले हरक सिंह की स्थिति अब मोल-भाव वाली नहीं रह गई है। उनसे अब इसी शर्त को लेकर कांग्रेस नेताओं के बीच बातचीत चल रही है जिसे लेकर आज बुधवार शाम तक कोई फैसला हो सकता है।
कांग्रेस में वापसी के लिए पूर्व मुख्यमंत्री नेता हरीश रावत और कई अन्य नेताओं का विरोध झेल रहे हरक सिंह के 2016 में पार्टी छोड़कर जाने के परिणाम के तौर पर पार्टी हरक का कद घटाने की रणनीति अपना सकती है। सूत्रों के अनुसार कांग्रेस ने हरक सिंह से कह दिया है कि परिवार में सिर्फ एक को चुनाव का टिकट मिलेगा वो भी हरक के बजाय अनुकृति गोसाईं को देंगे। बताया जा रहा है कि सोनिया गांधी के नेतृत्व में पाटी हरक को लेकर फैसला करेगी और वो फैसला बुद्धवार शाम तक आने की उम्मीद है।