देहरादून, उत्तराखंड में महिला कांग्रेस ने उत्तरप्रदेश में महिलाओं को विधानसभा चुनाव में टिकट मिलने से उत्साहित कई सीटों से दावेदारी करते हुए टिकट मांगी है। महिला कांग्रेस ने प्रियंका गांधी के नारे लड़की हूँ लड़ सकती हूँ बयान का हवाला भी दिया है और 40 फीसद टिकट महिलाओं को देने की पैरवी की है. इधर नई महिला प्रत्याशी को टिकट देने बात दूर की कौड़ी है उधर 2012 की नैनीताल की महिला विधायक सरिता आर्य जो वर्तमान में कांग्रेस महिला प्रदेश अध्यक्ष भीं हैं, पिछले चुनाव में यशपाल आर्य के पुत्र संजीव आर्य से हार गईं थी इस बार पूरे 5 साल तैयारी कर रही सरिता आर्य का समीकरण संजीव आर्य के अपने पिता यशपाल आर्य के साथ कांग्रेस ज्वाईन करने के साथ पूरा उलट गया। अब पूर्व महिला विधायक एवं सरिता कांग्रेस महिला प्रदेश अध्यक्ष आर्य को अपने टिकट के ही लाले पड़ गए। कांग्रेस की समस्या यह है कि प्रदेश अध्यक्ष गणेश गोदियाल को पार्टी ने प्रदेश में असीम ताकत दे रखी है वहीँ महिला प्रदेश अध्यक्ष का ही टिकट ही सुरक्षित नहीं है। पार्टी के भीतर के महिलाओं का आक्रोश और विपक्षी भी इस प्रकरण उछलने में पीछे नहीं रहेंगी। यह मुद्दा 2022 के चुनाव में कांग्रेस पर भारी न पड़ जाए कि पार्टी महिला विरोधी है, इससे पार्टी चिंतित है। बीते दिनों पार्टी के पूर्व अध्यक्ष किशोर उपाध्याय को पार्टी विरोधी गतिविधियों का हवाला देते हुए पार्टी के सभी पदों से मुक्त कर दिया है।
बीते दिन की चर्चा है कि देर रात नैनीताल सीट पर टिकट की स्थिति साफ ना होने पर सरिता कांग्रेस से खफा चल रही प्रदेश कांग्रेस महिला अध्यक्ष सरिता आर्य बीजेपी प्रभारी से मुलाकात करने पहुंची थी। उन्होंने देहरादून के डालनवाला आवास पर प्रह्लाद जोशी से मुलाकात की जहां रमेश पोखरियाल निशंक भी मौजूद थे। बताया जा रहा है कि वह यहां उनकी करीब 1 घंटे से ज्यादा बातचीत भी हुई है। उत्तराखंड में जैसे-जैसे टिकट बांटने का समय पास आ रहा है. वैसे-वैसे प्रत्याशियों के सब्र का बांध टूटता दिखाई दे रहा है, बागी भी पूरी तैयारी के साथ ताल ठोक रहे हैं। नैनीताल से पूर्व विधायक इनाम प्रदेश कांग्रेस महिला अध्यक्ष सरिता आर्य को लेकर सूत्र बताते हैं कि वह बीजेपी में भी शामिल हो सकती हैं। कांग्रेस भी उनके मान मनव्वल में जुटी हुई है।
अभी तक ये सूचनानुसार सरिता आर्य को नैनीताल से टिकट मिलना मुश्किल है। सरिता आर्य, पूर्व विधानसभा उपाध्यक्ष व बदरीनाथ के पूर्व विधायक डॉक्टर अनुसूया प्रसाद की पत्नी के टिकट को लेकर हरीश रावत और प्रदेश अध्यक्ष गणेश गोदियाल से मिल कर उन्हें कर्णप्रयाग विधानसभा सीट से टिकट देने की मांग की थी। अगर बीजेपी उन्हें नैनीताल से टिकट दे देती है, तो महिला कांग्रेस की प्रदेश अध्यक्ष का मामला कांग्रेस के लिए किरकिरी और राजनैतिक रूप में बड़ा नुकसानदेह साबित हो सकता है। आगे क्या होने वाला है यह तो आने वाला समय ही तय करेगा।