- आरोपी के खिलाफ देहरादून और हरिद्वार में दर्ज हैं चार मुकदमे
- एक मुकदमे में आरोपी हाईकोर्ट से ले आया था अपनी गिरफ्तारी पर स्टे
देहरादून, अपने संस्थानों में अनुसूचित जाति/जनजाति छात्र-छात्राओं के फर्जी प्रवेश दर्शाकर फीस प्रतिपूर्ति के रुप में समाज कल्याण विभाग से करोडों रुपये के गबन के आरोपी हरिद्वार एवं देहरादून स्थित चार स्ववित्त पोषित शैक्षणिक संस्थानों के संचालक को आज पुलिस ने छुटमलपुर सहारनपुर से गिरफ्तार कर लिया है।
उत्तराखंड़ शासन ने एसआईटी को हरिद्वार एवं देहरादून जिले के कुछ स्ववित्त पोषित शैक्षणिक संस्थानों द्वारा अनुसूचित जाति/जनजाति के छात्र-छात्राओं के अपने संस्थानों में फर्जी प्रवेश दर्शाकर फीस प्रतिपूर्ति के रूप में समाज कल्याण विभाग से करोडों रुपये के गबन की जांच सौंपी है। एसआईटी ने प्रारंभिक जांच में अनियमितता पाए जाने पर हरिद्वार के तीन और देहरादून के एक शैक्षणिक संस्थान के हरिद्वार एवं देेहरादून के अलग-अलग थानों में मुकदमा दर्ज किया है।
जांच में पता चला कि इन शैक्षणिक संस्थानों का संचालक अनिल कुमार पुत्र ओमप्रकाश निवासी मान्टूवाला, पो.ओ.-खुजनावर सहारनपुर यूपी ही छात्रों का संस्थानों में फर्जी प्रवेश दर्शाकर समाज कल्याण विभाग के करोड़ों रुपये गबन कर गया। इस मामले में थाना सिडकुल दर्ज मुकदमे में आरोपी अनिल कुमार अपनी गिरफृतारी पर नैनीताल हाईकोर्ट से स्टे ले आया था। जबकि, तीन अन्य थानों में दर्ज मुकदमों में वह वांछित चल रहा है।
थाना भगवानपुर में दर्ज मुकदमे में अनिल कुमार केे विरूद्ध नैनीताल हाईकोर्ट ने छठॅ जारी किया था, जिसके आधार पर आज रात प्रभारी चैकी गैस प्लान्ट, थाना रानीपुर हरिद्वार प्रवीण रावत ने अनिल कुमार को को संगम वैडिग प्वाइन्ट, छुटमलपुर, सहारनपुर से गिरफ्तार कर लिया। अनिल कुमार को कोर्ट में पेश किया जा रहा है।
उधर, अन्य दो मुकदमों के विवेचकों द्वारा भी अनिल कुमार को न्यायिक अभिरक्षा से रिमाण्ड पर लेने की तैयारी की जा रही है।