- दीपक बिजल्वाण को शीघ्र बर्खास्त कर उन पर मुकदमा हो रावत ने बुधवार को राजधानी में प्रेस क्लब में पत्रकार वार्ता में अध्यक्ष पर लगाए कई गंभीर आरोप
- रावत की शिकायत पर इन दिनों जिला पंचायत उत्तरकाशी में चल रही जांच
देहरादून, 2 दिसम्बर जिला पंचायत उत्तरकाशी के सदस्य हाकम सिंह रावत ने बुधवार को राजधानी के प्रेस क्लब में पत्रकारों से बातचीत में मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत से उत्तरकाशी जिला पंचायत पंचायत अध्यक्ष दीपक बिजल्वाण को शीघ्र बर्खास्त कर उनके खिलाफ मुकदमा दर्ज करने की मांग की।
विदित हो कि हाकम सिंह की शिकायत पर इन दिनों जिला पंचायत उत्तरकाशी में वर्ष 2019-20 और 2020-21 में राज्य वित आयोग के पैसे से किए गए सार्वजनिक निमार्ण कार्यों की जांच चल रही है। जखोल से जिला पंचायत सदस्य रावत ने अध्यक्ष दीपक बिजल्वाण पर करोड़ों रुपये के गबन का आरोप लगाते हुए एक नवंबर को मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत से शिकायत की थी। मुख्यमंत्री ने सदस्य के आरोपों को गंभीर प्रकृति का मानते हुए तीन नवंबर को गढ़वाल कमिश्नर को प्रकरण की जांच सौंपी थी।
बुधवार को पत्रकार वार्ता में हाकम सिंह ने आरोप लगाया कि जिला पंचायत अध्यक्ष ने राज्य वित्त एवं दैवीय आपदा के मद से बिना काम के ही भुगतान किया। जबकि, धरातल पर कोई काम नहीं हुआ है। उन्होंने कहा कि पुरोला ब्लाक के रौन गांव में दो, शिकारु में पांच व निसणी में दो और नौगांव ब्लाक के दर्बिल गांव में एक ऐसे काम का भुगतान किया गया, जो धरातल हुए ही नहीं। अपने आरोपों की पुष्टि के लिए रावत ने पत्रकार वार्ता में कई प्रधानों एवं क्षेत्र पंचायत सदस्यों के पत्र प्रस्तुत किए। रावत ने कहा कि कई ऐसे तोकों, जो ग्रामसभा अथवा विकासखंड में ही नहीं हैं, में कागजों में काम दिखाकर भुगतान किया गया।
जिला पंचायत अध्यक्ष पर लगाए गए आरोपों की पुष्टि के लिए सदस्य हाकम सिंह रावत ने प्रेस वार्ता में प्रस्तुत किए उत्तरकाशी के पंचायत प्रतिनिधियों के पत्र।
जिला पंचायत सदस्य रावत ने कहा कि जिला पंचायत खुद कार्यदायी संस्था होने के बावजूद रघुनाथ समिति के नाम से कार्यदायी संस्था बनाकर सांसद, विधायक और जिला निधि आदि का पैसा वित्त परामर्शदाता के हस्ताक्षर के बिना समिति के खातों में डालकर हड़प लिया गया। यही नहीं जिला पंचायत ने बिना बोर्ड के कई प्रस्ताव पारित किए और जेई और चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों का भी मानकों के विपरित चयन किया गया।
सदस्य रावत ने आरोप लगाया कि जिला पंचायत कार्यालय के सौंदर्यकरण में भी लाखों का घोटाला किया गया। साथ ही मस्टररोल कार्य पर लगाए गए लोगों के बिल का भी फर्जी ढंग से भुगतान किया गया। मस्टररोल पेपर संबंधित जेई के बजाय दूसरे जेई के सत्यापित किए गए। रावत ने कहा कि कोराना काल में चारधाम यात्रा पूरी तरह से ठप रही। इसके बावजूद यात्रा में सफाई कर्मचारियों के नाम से फर्जी मस्टररोल बनाकर लाखों रुपये का भुगतान किया गया।
अध्यक्ष बिजल्वाण बोले- फारेस्ट गार्ड भर्ती परीक्षा में धांधली का आरोपी जखोल का हाकम सिंह कौन है, इसकी भी जांच हो
दीपक बिजल्वाण। अध्यक्ष जिला पंचायत उत्तरकाशी
जिला पंचायत अध्यक्ष दीपक बिजल्वाण ने सदस्य हाकम सिंह की ओर से लगाए गए आरोपों को राजनीति से प्रेरित बताया। अध्यक्ष बिजल्वाण ने न्यूज पोर्टल RajkajLive.com को फोनकर बताया कि वह निर्दलीय जिला पंचायत अध्यक्ष चुने गए। वह अपने जिले में अन्य जनप्रतिनिधियों से ज्यादा सक्रिय और लोकप्रिय हैं, जिसे विरोधी पचा नही पा रहे हैं। विरोध लगातार उनके द्वारा किए जा रहे जनहित के कार्यों में रोड़े अटका रहे हैं। उन्होंने कहा कि अभी जांच चल रही है। जांच के बाद ही वह इस मामले में कुछ कह पाएंगे।
उन्होंने कहा कि बहुचर्चित फारेस्ट गार्ड भर्ती परीक्षा में हुई धांधली के आरोप में हरिद्वार जिले के मंगलौर थाने में जिस जखोल के हाकम सिंह को अरोपी बनाया गया है, उसकी भी जांच होनी चाहिए कि आखिर वह हाकम सिंह कौन है।