देहरादून 2 अक्टूबर, बीती 29 सितम्बर को सुभाष शर्मा निवासी: ग्राम धौलास, प्रेमनगर के द्वारा कंट्रोल रूम के माध्यम से थाना प्रेमनगर को सूचना दी कि उनकी पत्नी उन्नति शर्मा तथा उनका नौकर श्याम उर्फ राजकुमार थापा नहीं मिल रहे हैं। उक्त सूचना पर थानाध्यक्ष प्रेमनगर मय चीता कर्मचारीगणो के श्री सुभाष शर्मा के निवास पर पहुंचे तथा श्री सुभाष शर्मा से आवश्यक जानकारी लेते हुए उनके घर के आस-पास उन्नति शर्मा तथा नौकर श्याम उर्फ राजकुमार थापा की खोजबीन की गयी, खोजबीन के दौरान पुलिस टीम को उक्त दोनो गुमशुदा लोगो के शव घर के पीछे किचन के पास पन्नी से ढककर छिपाये हुए मिले। जिसकी सूचना तत्काल उच्चाधिकारिगणों को दी गयी। घटना के सम्बन्ध में श्री सुभाष शर्मा के द्वारा दी गयी लिखित तहरीर के आधार पर थाना प्रेमनगर में मु0अ0सं0: 228/21 धारा: 302 भादवि बनाम अज्ञात का अभियोग पंजीकृत किया गया। प्रेमनगर क्षेत्र में हुए इस दोहरे हत्याकाण्ड की गम्भीरता के दृष्टिगत वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक जनपद देहरादून महोदय द्वारा स्वंय घटनास्थल पर जाकर मौके पर मौजूद अधिकारियों से घटना के सम्बन्ध में जानकारी ली गयी तथा घटना के अनावरण व अभियुक्तों की गिरफ्तारी हेतु पुलिस अधीक्षक नगर महोदय के पर्यवेक्षण तथा क्षेत्राधिकारी प्रेमनगर तथा क्षेत्राधिकारी मसूरी के नेतृत्व में अलग-अलग टीमों का गठन किया गया। गठित टीमों द्वारा घटना स्थल के आस-पास के क्षेत्र की सघन काम्बिंग कर आवश्यक साक्ष्य संकलन की कार्यवाही की गयी। साथ ही आस-पास के क्षेत्रों में रहने वाले लोगों व निर्माण कार्य में लगे मजदूरो से गहनतापूर्वक पूछताछ की गयी। इसके अतिरिक्त एक टीम द्वारा घटना स्थल के आस-पास के सीसीटीवी कैमरों की फुटेजों को चैक किया गया। सीसीटीवी फुटेजों के अवलोकन के दौरान पुलिस टीम को कुछ संदिग्ध व्यक्तियों की फुटेज प्राप्त हुई, जिनके सम्बन्ध में जानकारी प्राप्त करने हेतु मुखबिर तंत्र को सक्रिय किया गया। घटना के सम्बन्ध में वादी सुभाष शर्मा से पूछताछ के दौरान पुलिस टीम को जानकारी प्राप्त हुई कि आदित्य नाम का एक लडका कुछ दिन पूर्व उनके घर पर नौकरी मागने के लिये आया था, परन्तु उन्नति शर्मा द्वारा घर पर पूर्व से ही एक नौकर श्याम उर्फ राजकुमार थापा के होने तथा किसी अन्य व्यक्ति की आवश्यकता न होने की बात कहकर उसे मना कर दिया और उसे कहीं और काम दिलाने की बात कही। पुलिस टीम द्वारा आदित्य के सम्बन्ध में आस-पास के लोगो से जानकारी की गयी तो ज्ञात हुआ कि आदित्य के द्वारा अपने रिश्तेदारो व अन्य लोगो से काफी पैसे उधार लिये गये है तथा आर्थिक तंगी के कारण उसके द्वारा पूर्व में भी जहरीले पदार्थ का सेवन कर आत्महत्या करने का प्रयास किया गया था। घटना के बाद दिनाँक 30 सितम्बर को वह बीमारी का बहाना बनाकर 108 एम्बुलेंस के माध्यम से दून अस्पताल में भर्ती हुआ था। जहां से वह दूसरे दिन 1 अक्टूबर को डिस्चार्ज हो गया। सीसीटीवी फुटेजो से प्राप्त संदिग्ध हुलिये का आदित्य के हुलिये से मिलान करने पर वह उससे मिलता जुलता प्रतीत हुआ। जिस पर पुलिस टीम द्वारा संदिग्धता के आधार पर आदित्य को हिरासत में लिया गया। आदित्य से सख्ती से पूछताछ करने पर उसके द्वारा दिनाँक: 29 सितम्बर को उन्नति शर्मा व उनके नौकर श्याम उर्फ राजकुमार थापा की हत्या करना स्वीकार किया गया। जिस पर अभियुक्त को 1 अक्टूबर की रात्रि को गिरफ्तार किया गया। अभियुक्त की निशानदेही पर पुलिस टीम द्वारा घटना में प्रयुक्त लोहे की रॉड को श्री सुभाष शर्मा के घर के पीछे जंगल से तथा अभियुक्त द्वारा घटना के समय पहने गये कपड़ो को अभियुक्त के घर के पास से बरामद किया गया। अभियुक्त को समय से मां0 न्यायालय के समक्ष पेश किया जायेगा।
गिरफ्तार अभियुक्त- आदित्य पुत्र स्व सुरेन्द्र निवासी: खावडवाला थाना गढी कैन्ट देहरादून उम्र: 20 वर्ष
बरामदगी:-
1: घटना में प्रयुक्त आला कत्ल एक लोहे की रॉड
2: घटना के दौरान पहने हुए कपडे व जूते
पर्यवेक्षण अधिकारी:-
एसपी सिटी सरिता डोबाल
क्षेत्राधिकारी प्रेमनगर दीपक सिंह,
नरेन्द्र पंत, सीओ मसूरी
पुलिस टीम में रविन्द्र यादव, प्रभारी निरीक्षक एसओजी देहरादून, कुलदीप पंत थानाध्यक्ष प्रेमनगर, धर्मेन्द्र रौतेला थानाध्यक्ष क्लेमनटाउन, एसआई नरेश राठौर साइबर सेल, एसआई कोमल सिंह रावत एसएसआई प्रेमनगर, एसआई प्रदीप सिंह रावत चौकी प्रभारी झाझरा, एसआई विकेन्द्र कुमार चौकी प्रभारी बिधौली, एसआई सन्दीप कुमार थाना प्रेमनगर
कॉन्स्टेबल नरेन्द्र रावत, कॉन्स्टेबल सोहन बडोली, कॉन्स्टेबल प्रदीप कुमार, कॉन्स्टेबल 460 प्रदीप कुमार, कॉन्स्टेबल चालक लोकेश थाना प्रेमनगर, कॉन्स्टेबल नवीन, कॉन्स्टेबल देवेन्द्र, कॉन्स्टेबल अरशद, कॉन्स्टेबल ललित, कॉन्स्टेबल विपिन राणा, कॉन्स्टेबल पंकज, कॉन्स्टेबल अमित, कॉन्स्टेबल किरण, कॉन्स्टेबल आशीष शर्मा (एसओजी), कॉन्स्टेबल दीपक चौहान थाना सेलाकुई।