- प्रदेश का एकमात्र वांछित माओवादी 20 हजार का इनामी आज उत्तराखंड पुलिस ने गिरफ्तार किया गया
वांछित माओवादी - उत्तराखंड शासन से इसके सर पर 20 हजार रुपए से ईनाम बढ़ा कर 50 हजार का ईनाम बढ़ाने हेतु प्रस्ताव भेजा गया था
देहरादून, आज का दिन उत्तराखंड पुलिस के लिए बड़ा खास रहा है। आज उत्तराखंड पुलिस ने माओवाद के ताबूत में आखिरी कील गाड़ कर, माओवादियों को बड़ा भारी नुकसान पहुँचाया है। उत्तराखंड का सबसे वरिष्ठ माओवादी लीडर भास्कर पांडे आज अल्मोड़ा पुलिस और एसटीएफ उत्तराखंड के ज्वाइंट एक्शन में गिरफ्तार किया गया है। उत्तराखंड का वांछित माओवादी भास्कर पांडे जिसके सर पर 20 हजार रुपए का का इनामी घोषित कर रखा था। वांछित माओवादी भास्कर एक बड़ा अपराधी है। इस पर 2017 के अल्मोड़ा और नैनीताल के लोक संपत्ति अधिनियम और विधि विरुद्ध क्रियाकलाप निवारण अधिनियम के अंतर्गत मुकदमा पंजीकृत था तीन मुकदमे, इसमें यह फरार चल रहा था, इसकी बढ़ती गतविधियों को देखते हुए उत्तराखंड शासन से इसके सर पर 20 हजार रुपए से ईनाम बढ़ा कर 50 हजार का ईनाम बढ़ाने हेतु प्रस्ताव भेजा गया था। भास्कर पांडे हल्द्वानी में एक कोरियर जिसका नाम व राजेश बता रहा था को पेनड्राइव तथा कुछ लिखित मैटेरियल देने जा रहा था। तभी इसे हल्द्वानी रेलवे स्टेशन के पास से अल्मोड़ा पुलिस और एसटीएफ के संयुक्त प्रयास से गिरफ्तार कर लिया गया।
पिछले लगभग 9 महीनों से भास्कर पांडे इस दौरान किसान आंदोलन में भी काफी सक्रिय था परन्तु बार बार पुलिस को चकमा देकर निकल भागता था। भास्कर पांडे को माओवादी नेता खीम सिंह बोरा का सबसे खास साथी माना जाता है जिसे पिछले दिनों यूपी एसटीएफ ने पकड़ा था। भास्कर ने इस दौरान भास्कर पांडे द्वारा भारत में माओवाद से संबंधित कई जगह ट्रेनिंग ली थी। ख़ुफ़िया सूत्रों से पता चला कि भास्कर ने उसने अपने कई साथियों के साथ मिलकर यहां अपने उत्तराखंड का आखरी वांटेड माओवादी भास्कर एक बड़ी घटना को अंजाम देने की कोशिश की है। पुलिस की सख्ती के बाद से इसके अधिकतर साथी जेल में हैं। यह फ़िलहाल उत्तराखंड का आखरी वांटेड माओवादी है। इसने अपने साथियों के साथ 2017 इलेक्शन में धारी तहसील में धारी तहसील की सरकारी जीप जलाई थी। इस उत्कृष्ट कार्य हेतु माननीय पुलिस महानिदेशक अशोक कुमार द्वारा टीम को 20 हजार का इनाम तथा मेडल की घोषणा की गई है।