अग्निशमन विभाग ने जारी की एक एडवाइजरी
नई दिल्ली/गाजियाबाद: दिवाली के पर्व पर सभी उत्साह से सराबोर रहते हैं. और हो भी क्यों न यह इतना बड़ा त्योहार जो है, लेकिन इस उत्साह में कई बार लोग सुप्रीम कोर्ट के बैन के बाद भी पटाखे जलाते हैं. इसी को देखते लोगों को आग की दुर्घटनाओं से सुरक्षित रखने के लिए गाजियाबाद के अग्निशमन विभाग ने एडवाइजरी जारी की है. इस एडवाइजरी में आग लगने पर क्या करें इसके, आग लगने की घटनाओं को किस तरह रोकें यह भी विस्तार से बताया गया है.
एडवायजरी में कहा गया है कि-
पूजा के स्थान से परदे, बिस्तर, कपड़े आदि दूर रखें.
दीया और मोमबत्ती सुरक्षित स्थान पर ही सजायें.
इलेक्ट्रिक बोर्ड पर अत्यधिक बिजली की झालर न लगाएं, इससे बोर्ड ओवर लोड हो सकता है और शॉर्ट सर्किट होने की संभावना बनी रहती है. इससे आग भी लग सकती है.
घर में पटाखे लाते हैं तो उसे सुरक्षित स्थान पर रखें. बिजली के झालर, दीयों, पूजा आदि स्थान से पटाखे को दूर रखें.
पटाखे हमेशा प्रशासन द्वारा मान्यता प्राप्त विक्रेता से ही लें.
दुर्घटना से बचने के लिए पटाखों पर लिखे सुरक्षा नियमों को ध्यान से पढ़ें और अमल करें.
तेज आवाज वाले पटाखे स्कूल, कालेज, हॉस्पिटल, आश्रम आदि के पास बिल्कुल न जलाएं. पटाखे की तेज आवाज से दिल के मरीजों को अत्यधिक नुकसान की सम्भावना रहती है.
पटाखे चलाते समय मोटे सूती कपड़े पहने. ढीले कपड़े पहनने पर आग लगने की संभावना अधिक रहती है.
घर के भीतर पटाखे न जलाएं. पटाखे हमेशा खुले स्थान पर ही पटाखे जलाएं और ध्यान रखें कि बच्चे अकेले पटाखे न जलाएं.
जले हुए पटाखे इधर-उधर न फेंके. इन्हें पानी की बाल्टी या सुरक्षित स्थान पर ही रखें.
जानवरों और वाहनों के आसपास पटाखे न जलाएं.
घर में पटाखे जलाते समय अग्नि दुर्घटना से तुरंत निपटने के लिए दो बाल्टी पानी और बालू भरकर रखें.
आग लगने पर क्या करें-?
आग लगने पर घबराएं नही धैर्य और सूझ-बूझ से काम लेंपटाखों से कपड़ों में आग लगने पर दौड़े नहीं, बल्कि जमीन पर लेटकर लुढ़के एवं आग बुझाने के लिए पानी का प्रयोग करें.
कपड़ों में लगी आग को बुझाने के लिए मोटे कपड़े या कंबल का प्रयोग करें.
पटाखों से जल जाने पर पानी का प्रयोग करें और चिकित्सक की सलाह लें.
आग लगने की सूचना तत्काल निकटतम पुलिस स्टेशन और फायर स्टेशन को दें.
इमरजेंसी नंबर
फायर स्टेशन- 101 व 112