देहरादून, 25 दिसंबर। भारत में पेशेवर, विश्वसनीय एवं कानूनी जांच सेवाओं के क्षेत्र में एक सशक्त राष्ट्रीय पहचान बना चुके देवव्रत पुरी गोस्वामी (डिटेक्टिव देव), संस्थापक तियानझू इन्वेस्टिगेटिव सर्विसेज प्राइवेट लिमिटेड, को यूएनएचयू संस्थापक सम्मेलन 2025 के अवसर पर “संस्थापक चयन सम्मान 2025” से सम्मानित किया गया। यह प्रतिष्ठित सम्मान उन्हें पूरे भारत में एक संगठित, अनुशासित एवं मजबूत जांच नेटवर्क स्थापित करने, तथा कानूनी रूप से मान्य, पूर्ण गोपनीय और उच्च-स्तरीय जांच सेवाएं उपलब्ध कराने के लिए प्रदान किया गया। यह सम्मान देश के जाने-माने फिल्म निर्देशक, निर्माता एवं लेखक श्री अभिषेक दुहाडिया द्वारा देहरादून के चकराता रोड स्थित एक होटल में प्रदान किया गया। श्री अभिषेक दुहाडिया भारतीय फिल्म उद्योग का एक प्रतिष्ठित नाम हैं तथा अजय देवगन, संजय दत्त एवं सोनाक्षी सिन्हा जैसे चर्चित कलाकारों से सजी फिल्म “भुज” के निर्माता, निर्देशक एवं लेखक रह चुके हैं। उनके द्वारा प्रदान किया गया यह सम्मान डिटेक्टिव देव के कार्य की राष्ट्रीय स्तर पर स्वीकार्यता, विश्वसनीयता और प्रभाव को स्पष्ट रूप से दर्शाता है। पूरे भारत में फैला सशक्त जांच नेटवर्क, डिटेक्टिव देव के नेतृत्व में तियानझू इन्वेस्टिगेटिव सर्विसेज आज भारत के लगभग सभी प्रमुख शहरों और राज्यों में सक्रिय रूप से कार्य कर रही है। एजेंसी द्वारा की गई जांच सेवाएं विशेष रूप से, विवाह-पूर्व जांच, विवाह-पश्चात जांच, कॉरपोरेट धोखाधड़ी, चरित्र सत्यापन, निगरानी एवं संवेदनशील मामलों में अत्यंत प्रभावशाली और परिणामोन्मुख मानी जाती हैं। न्यायालय में स्वीकार्य जांच रिपोर्ट – सबसे बड़ी पहचान, डिटेक्टिव देव की सबसे बड़ी उपलब्धि यह है कि ” उनकी टीम द्वारा तैयार की गई जांच रिपोर्टें एवं प्रस्तुत साक्ष्य देश की विभिन्न अदालतों में स्वीकार किए गए हैं।” ” प्रत्येक जांच प्रक्रिया पूर्णतः कानूनी दायरे, नैतिक मानकों एवं व्यावसायिक दस्तावेज़ीकरण के अंतर्गत संपन्न की जाती है, जिससे रिपोर्टों की प्रमाणिकता और विश्वसनीयता बनी रहती है।” सम्मान प्राप्ति पर डिटेक्टिव देव कहते हैं, “यह सम्मान केवल मेरा नहीं है, बल्कि मेरी पूरी टीम और उन सभी लोगों के विश्वास का प्रतीक है, जिन्होंने हम पर भरोसा किया। हमारा उद्देश्य सदैव सत्य तक पहुँचना और न्यायिक प्रक्रिया को सशक्त बनाना रहा है।” यह सम्मान न केवल डिटेक्टिव देव की व्यक्तिगत उपलब्धि है, बल्कि भारत में पेशेवर जांच सेवाओं के बढ़ते मानकों, विश्वसनीयता और विश्वास का भी सशक्त प्रमाण है।




